Sunday 15 April 2012

Ghazal.

वो तेरा मुझपे मुझसे भी ज्यादा असर होना,
वो मेरा तेरे नाम से दुनिया में अमर होना.

तुम्हे दूर जाते मेरा खुदको इस तरह खो देना ,
वो आँखों का पल भर में समंदर होना .

तू माने ना माने मेरे पास है तू हमेशा,
वो तेरी यादों का मेरे साथ उम्र भर होना.

कोई तो बात ज़रूर है तुझमे खुदा की कसम,
वो जिंदगी पाने का अहेसास तुम्हे पा कर होना.

इस सफ़र में अब मुझे कोई डर नहीं दिशा,
वो मंजिल भी तू - तेरा ही हमसफ़र होना.
(C) D!sha Joshi. :)

No comments:

Post a Comment